Hindi

बेवजह

ज़िन्दगी से बहुत सवाल है, सारे जवाब होने का ढोंग करता हु बेवजह। दिल पीछे छोड़ आया हु, फिर भी…

6 years ago

आज़ाद

सोच से हो तो आज़ाद, दिल सभी के लिए खुला हो तो आज़ाद, सभी को साथ लेकर कुछ दूर चल…

6 years ago

यादें

लम्हों में ही कहानियां हैं, कहानियों में ही यादें।। और यादों का कुछ ऐसा है, के कोई कल हो या…

6 years ago

आज़ाद परिंदा

इस जी हुज़ूरी ने दिया ही क्या है? कॉर्पोरेट वफ़ा का सिला ही क्या है? अब मन की सुनूंगा मैं,…

6 years ago

ख्वाब

इस मुस्कराहट की मखमली चादर के नीचे झाँक कर देखो ज़रा.. आँखें भरी है, धड़कन बढ़ी है, सोने से डरता…

7 years ago

मंज़िल

अपनों को छोड़कर मंज़िल की ओर बढ़ने लगा, कुछ पाने की तलाश में.. अब डर लगता है मुझको, कही मुड़…

7 years ago

मुड़के देख

कुछ छूट गया है तो, कुछ अनकहा है तो, कुछ इज़हार करना हो तो, मुड़के देख। ज़ुबाँ पे जो लफ्ज़…

7 years ago

कह न पाउँगा।

तुम्हारे आने की ख़ुशी को तुम्हारे जाने के ग़म से तोल न पाउँगा। के शायद तुम लम्हा थी गुज़र गयी,…

7 years ago

गौर कर।

मेरे लफ़्ज़ों को नज़रअंदाज़ कर, थोड़ा गौर कर मेरे जज़्बातों पर। हर बात कह दी तुझको तो क्या बात हुईं…

7 years ago

बहुत दर्द

बहुत दर्द होगा ये जानकार, की जिसकी तलाश में घर छोड़ आए है हम, वह उसी घर में कही छिपा…

7 years ago

This website uses cookies.