Break Up Hindi Love Poetry कह न पाउँगा। तुम्हारे आने की ख़ुशी को तुम्हारे जाने के ग़म से तोल न पाउँगा। के शायद तुम लम्हा थी गुज़र गयी, हवा का झौंका थी बह गयी। अब जो दिल की बातें केहनी थी तुमसे, मै कुछ कह न पाउँगा। June 27, 2018 0 0