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कह न पाउँगा।

कह न पाउँगा।

तुम्हारे आने की ख़ुशी को तुम्हारे जाने के ग़म से तोल न पाउँगा।

के शायद तुम लम्हा थी गुज़र गयी,
हवा का झौंका थी बह गयी।

अब जो दिल की बातें केहनी थी तुमसे,
मै कुछ कह न पाउँगा।

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