Hindi Love Poetry बाकी एक रात है। आज तू साथ है, यादगार हर मुलाक़ात है, कुछ न करु, बस काँधे पर सर रख दू तेरे.. उसमें भी कुछ बात है। कल तू शायद किसी और का होगा, तो क्यों न आज जी लू साथ तेरे.. दिन ढल गया पर अब भी बाकी एक रात है। शुभ संध्या। October 9, 2017 0 0