Hindi ख़ास दोस्त सोचता हूँ हर दफा, तेरी दोस्ती में कुछ ख़ास हैं, ना ज़्यादा उमीदें हैं तुझको, ना मुझसे कुछ पाने की आस हैं, चाहे ना बतलाये हम काफी वक़्त तक, फिर भी तेरे साथ होने का एहसास हैं, शायद न कह पाऊं मैं हर घडी, पर तू वाकई बोहोत ख़ास हैं | August 3, 2016 0 0