वो बारिश
याद हैं मुझको वो बारिश, जब साथ भीगे थे हम,
क्या वक़्त था वो जब कोई फ़िक्र ना कोई डर था, ना था कोई घम,
और आज का दिन हैं, बारिश वही हैं, बस अब हम साथ नहीं हैं,
तुम ही भीग लो हमारी तरफ से,
लिपट लो खुदको बूंदो में, समझ लेना हम वही हैं,
उन बूंदों में मेरे आंसू हैं,
जिनमे छिपी अपनी यादें कई हैं |
क्या वक़्त था वो जब कोई फ़िक्र ना कोई डर था, ना था कोई घम,
और आज का दिन हैं, बारिश वही हैं, बस अब हम साथ नहीं हैं,
तुम ही भीग लो हमारी तरफ से,
लिपट लो खुदको बूंदो में, समझ लेना हम वही हैं,
उन बूंदों में मेरे आंसू हैं,
जिनमे छिपी अपनी यादें कई हैं |