Hindi कड़वाहट तेरी कड़वाहट को घोल कर पी लिया मैंने, होंठ बोलना चाहते थे, उन्हें सी लिया मैंने, जीना गवारा नहीं था तेरे बिन, फिर भी थोड़ा जी लिया मैंने | February 26, 2016 0 0