Happy Birthday माँ
दूधभरा गिलास लेकर पीछे पीछे आती थी तू मेरे,
क्या कभी पेर दर्द नहीं दिए तेरे?
पिता की फटकार से मुझे सदा बचाया,
क्या कभी तुझे मेरे दुःख में चैन आया?
मेरे उठने से पहले उठ जाना और मेरे सोने तक तेरा जगे रहना,
क्या कभी ना माना तू ने अपने स्वस्थ्य का कहना?
मेरी हर तरक्की पर तुझे हुई ख़ुशी अपरम्पार,
क्या कभी तू ने सोचा मेरे सुख के उस पार?
कितना बुरा कहा हैं मैंने, कितना हैं तुझे सताया,
क्या तेरा हाल होता होगा, क्या किसी को तू ने बताया?
‘बहुत पड़ा हैं’ कहके, खुद ने कम कम खाया,
क्या कसम खायी थी तू ने, ना छूटेगा तेरा साया?
बड़ा हो गया हूँ कहके, तुझसे दूरी बढाई,
क्या ना किया मन तेरा, कर लूँ इससे लड़ाई?
निस्वार्थ होकर तू ने दे दी ज़िन्दगी पूरी तेरी,
क्या कहूं माँ तुझसे, जान हैं तू मेरी |
कहने को शब्द नहीं हैं यूँ तो,
फिर भी मैं ये कहता हूँ ,
दिखा ना सका मैं प्यार मेरा,
पर सारा दिन तेरी फ़िक्र में रहता हूँ |
अब तू आदत हैं माँ, तू छत्त हैं सर की,
बस कभी छोड़के ना जाना माँ,
जान हैं तू इस घर की |
Happy birthday माँ :’)
godwad jyoti
नमन है,साक्षात ईश्वर स्वरूपा माँ को और सराहना है उनके सुपुत्र को, जिसने माँ को शब्दों का रूप देकर उसकी उत्कृष्ठ व्याख्या की।
Abhishek Singh
sweet words, with heart touching impulse!